सूतांजली के जनवरी अंक का संपर्क सूत्र नीचे है:-
इस अंक में कई विषयों पर चर्चा है:
१। ध्यान कैसे करें?
कैसे करें, से पहले यह समझें कि
ध्यान क्या है और क्यों करना है। अगर यह क्या और क्यों समझ आ जाए तो ‘कैसे’ बेहद सरल हो जाता है।
२। बोध कथा
क्या होती हैं ‘बोध कथाएँ’? क्या उद्देश्य होता है इन कथाओं का? कहाँ मिलेगा
बोध कथाओं का खजाना? क्या सम्पर्क है इनका हमारी भाषा, सभ्यता और संस्कृति से? इन सब के उत्तर आपको
मिलेंगे एक ही पुस्तक में। पढ़ें-पढ़ाएँ,
सुने-सुनाएँ और पुस्तकालयों में बांटें।
३। जनसम्पर्क
जीवन में सफलता के लिए, लोक प्रिय बनने के लिए यह आवश्यक है कि आपका जनसम्पर्क मजबूत हो। कैसे
बनाएँ ये जनसम्पर्क?
४। कारावास की
कहानी
पांडिचेरी आने के पहले श्री अरविंद कुछ समय अंग्रेजों की जेल बंद में थे।
जेल के इस जीवन का, श्री अरविंद ने ‘कारावास की कहानी’ के नाम से,
रोचक वर्णन किया है। ‘अग्निशिखा’ में इसके रोचक अंश प्रकाशित हुए थे। इसे हम इस माह से एक धारावाहिक के
रूप में प्रकाशित कर रहे हैं। यहाँ इसका पहला अंश है।
संपर्क
सूत्र (लिंक): -> https://sootanjali.blogspot.com/2021/01/blog-post.html
ब्लॉग
में इस अंक का औडियो भी उपलब्ध है।
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