सूतांजली के जुलाई अंक का संपर्क सूत्र नीचे है:-
इस अंक में तीन विषय, एक लघु कहानी और धारावाहिक ‘कारावास की कहानी –
श्री अरविंद की जुबानी’ की सातवीं किश्त है।
१। ऋषि, ऋषिभाव, ऋषित्व – मैंने पढ़ा
कौन
है ऋषि और कैसे उसे ऋषिभाव एवं ऋषितव की प्राप्ति होती है? गीताप्रेस, गोरखपुर की पुस्तक पर आधारित है यह लेख।
२। पैसों के मालिक नहीं, रखवाले – मेरे विचार
क्या
अधिकार, दायित्व और कर्तव्य है पूँजीपतियों के? क्या कहा गाँधी ने और कैसे उसे आचरण में ढाला जमुनालाल बजाज, जे आर डी टाटा, नारायण – सुधा मूर्ति, प्रेम अजीम जी ने!
३। सामाजिक
कार्यकर्त्ता - मैंने पढ़ा
श्री
प्रमोद शाह अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के संस्थापक अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्हीं
के अनुभव उन्हीं की कलम से।
४। लघु कहानी - जो सिखाती
है जीना
श्री
अरविंद सोसाइटी से प्रकाशित पत्रिका ‘अग्निशिखा’ में प्रकाशित कहानी पर आधारित।
५।
कारावास की कहानी – श्री अरविंद की जुबानी – धारावाहिक
धारावाहिक की सातवीं किश्त
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इस अंक का औडियो भी उपलब्ध है): ->
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