शुक्रवार, 22 अप्रैल 2022

अनिश्चितता ही एकमात्र निश्चितता है

हम अनिश्चितता से घबड़ाते हैं। वे, जो जीवन में हर कुछ निश्चित करने की क्षमता को ही सफलता की कुंजी मानते हैं तथा अनिश्चितता को असफलता का कारण उनका यह निश्चित मत दोषपूर्ण है। वे, जो जीवन की अनिश्चितता को झेल लेते हैं, उसे सुलझा लेते हैं, उसका सामना कर लेते हैं वे जीवन में ज्यादा सफल होते हैं। जीवन में अनिश्चितता अवश्यंभावी है, अनिश्चित घटनाओं का घटना ही निश्चित है। हम जो सोच रहे  हैं, जो योजना बना रखे हैं, वे वैसी-की-वैसी कभी भी नहीं घटेंगी। पग-पग पर नए मोड़ आएंगे ही, अनजानी घटनाएँ घटेंगी, हमें उनका सामना करना ही होगा। जिन्हें इसका अभ्यास होगा वे उसे ऐसी परिस्थितियों को सहज ढंग से झेल पाएंगे, व्यवस्थित कर पाएंगे और आगे बढ़ जाएंगे।  

          फिलाडेलिफया की टैम्पल यूनिवर्सिटी में गणित के प्रोफेसर जॉन एलेन पाउलोज का कहना है, 'अनिश्चितता ही एक मात्र निश्चितता है और यह जानना कि संकट का सामना कैसे करना है एक मात्र सुरक्षा है। अनिश्चितता हमारी शत्रु नहीं है, क्योंकि जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं होता। आप जीवन की असीमित संभावनाओं को नहीं जान सकते, बस जीवन में विश्वास रखना आवश्यक है।'

अनिश्चितता से दुश्मनी मत पालिए, उससे दोस्ती कीजिये। कैसे  

·       जीवन में आने वाले बदलावों से दोस्ती करें, अनिश्चितता को जीवन का हिस्सा मान लें। इससे आप हर चीज़ की आदर्श योजना मानने से बचेंगे।

·       बदलाव से डरने की जगह उसका सामना करके अपनी स्थितियों को बाहरी व्यक्ति बनकर देखें, अपने डर को देखने, सुनने व समझने की कोशिश करें। अपने डर को किसी से शेयर करें।

·       हर दिन कुछ नया करें, ऐसा काम जिसमें आपका मन लगे, जो मुश्किल लगता हो, इससे बदलावों का स्वागत करना सीखेंगे।

·       घूमें, पैदल चलें, अलग-अलग संस्कृति, भाषा और परिवेश में रहने वालों से मिलें, इससे आत्मविश्वास मिलेगा।

·       असफलताओं को अवसर के रूप में देखें, सबक़ लें। यह जानें कि असफल होने का भय ही सबसे बड़ा डर है।

·       हमेशा दो लोगों को अपने जीवन में जगह दें, एक वे जो आपको प्यार करते हैं, दूसरे वे जिन्हें आप प्यार करते हों। प्यार करना और प्यार पाना दोनों ही आत्मविश्वास बढ़ाते हैं।

·       नियमित ध्यान और व्यायाम करें।

निश्चित तो निश्चित है ही, अनिश्चित को भी निश्चित मान लेने से वह भी निश्चित का ही अंग बन जाता है।

: श्रीकांत कुलश्रेष्ठ की प्रस्तुति के आधार पर

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यू ट्यूब का संपर्क सूत्र

https://youtu.be/uNwboWBNctY

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