कोविड ने पहले चरण में और उससे भी ज्यादा अपने दूसरे चरण में भीषण त्राहि-त्राहि मचाई है। अनगिनत लोगों ने अपनी जानें गवाईं हैं। हर प्रकार के लोग, बच्चे, बूढ़े, पुरुष, महिला, युवा, गरीब, अमीर, सामर्थ्यवन, असहाय, आम आदमी, खास व्यक्ति; माँ, बाप, लड़के, लड़की, बहू, जवाईं, परिचित, मित्र, रिश्तेदार कौन नहीं आया इस चपेट में। किसी का प्रिय गया, किसी का सहारा, किसी का अकेला कमाऊ पूत। किसका दुख ज्यादा है किसका कम, किसको सहायता की ज्यादा और पहले जरूरत है और किसे बाद में इसका आकलन नहीं किया जा सकता। कुछ लोग ने इस स्थिति का फायदा उठा कर लूट, हैवानियत, आतंक को अपनाया है लेकिन ज्यादा लोगों ने इंसानियत और मदद के हाथ बढ़ाये हैं। सब अपने अपने ढंग, समझ और सामर्थ्य से उनसे जो भी बन पड़ा रहा है कर रहे हैं।
ऐसे
में कोविडविडोज़.इन (https://covidwidows.in)
ने इस महामारी में कोविड की वजह से हुई विधवाओं
के लिए एक अभूतपूर्व कदम उठाया है, उन्हें आर्थिक रूप
से स्वावलंबी बनाने का। पति के जाने का
दुख और झटका तो हम साझा नहीं कर सकते लेकिन कुछ तो ऐसा कर सकते हैं कि उनको राहत
मिले। ऐसी विधवाओं को न तो सहानुभूति चाहिए, न हमदर्दी, न भीख। उन्हें चाहिए कमाई का कोई रास्ता ताकि वे अपना और अपने परिवार
वालों को दो जून रोटी दे सकें, इज्जत से जीने का हक दे सकें।
कोविडविडोज़.इन इस प्रयत्न में लगा है कि ऐसी
विधवाओं को नौकरी दिलवाई जा सके, आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण
दिया जा सके या उन्हें स्वावलंबी बनाया जा सके ताकि वे इस विपदा को झेल सकें। आप उनके इस प्रयास से जुड़ सकते हैं, उन्हें सहायता पहुंचा सकते हैं। कैसे?
इससे
दो अलग-अलग प्रकार से जुड़ सकते हैं –
पहले
प्रारूप में दो रास्ते हैं, ऐसी विधवाओं को
१.
नौकरी देकर, या
२.
प्रशिक्षण देकर।
दूसरे
प्रारूप में कई रास्ते हैं। इसका उद्देश्य है ज्यादा से ज्यादा विधवाओं तक इस पहल को
पहुंचाना और यह सुनिश्चित करना कि उन्हें आवश्यक सहायता प्राप्त हुई।
१. इस
पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचायें,
२. ऐसी
विधवाओं को इसके बारे में बताएं,
३. अगर वे
खुद जुड़ना नहीं जानती तो उनकी सहायत कर उन्हें जोड़ें,
४. उनका
पंजीकरण (registration) करवाने के बाद भी जब तक उनकी व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक संपर्क बनाए
रखें।
५. अपने मन
में किसी भी प्रकार का आग्रह न रख कर हर निर्णय उस महिला और कोविडविडोज़.इन पर
छोड़ें। आपका कार्य केवल मार्ग प्रदर्शन करना और कोविडविडोज़.इन से संपर्क बनाए रखना
है।
ज्यादा
जानकारी के लिए टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित इस खबर का स्कैन भी संलग्न कर रहा
हूँ।
कोविडविडोज़.इन
के बारे में इंटरनेट में अनेक सूचनाएँ उपलब्ध हैं, अपने
प्रश्नों का उत्तर वहाँ से लें।
अगर आपके
प्रयास से एक घर भी संभालता है तो उसके
लिए कितना बड़ा सहयोग है। और इस कार्य में आप अकेले भी नहीं है। तब फिर, देर किस बात की। जहां-जहां जिस-जिस भी ग्रुप, फेस
बुक या और किसी सोशल मीडिया में इस सूचना को डाल सकते हैं डालिये। जिस किसी ऐसी
महिला को जानती हैं उन्हें बताइये और उनका हौसला बढ़ाइये।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अपने सुझाव (suggestions) दें, आपको कैसा लगा और क्यों? आप अँग्रेजी में भी लिख
सकते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें