चौंक गए!
मत चौंकिए। यह कहानी नहीं हकीकत है। अगर विश्वास नहीं तो पढ़िये ये खबर –
“कोलकाता
(सन्मार्ग संवाददाता) : कोई दिखावा नहीं, सहज जीवन यापन करें। सदा जीवन उच्च विचार रखें। अगर कोई गलती हुई है तो
उसे स्वीकार कर लोगों का सामना करें। जनता की अनदेखी करना नहीं चलेगा. यह सारी नसीहत
तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने गुरुवार को तृणमूल भवन में आयोजित विधायकों की बैठक में
दी”।
क्या ये
गांधी के शब्द नहीं हैं? क्या ये गांधी के विचार नहीं हैं? यह वक्तव्य
कोलकाता के हिन्दी दैनिक पत्र ‘सन्मार्ग’ में शुक्रवार 12 जुलाई 2019 को प्रकाशित हुई। क्या यही गांधी द्वारा बताई
गई ‘हृदय परिवर्तन है’। आप खुद निर्णय
लें। आपकी जानकारी के लिए पूरी खबर यहाँ दी जा रही है।
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