ऑस्ट्रेलिया
– आइए सिडनी घूमें, कम खर्च में
ऑस्ट्रेलिया
की गिनती विश्व के मंहगें देशों में होती है। उस पर भी सिडनी, यहाँ का व्यापारिक केंद्र, तो और भी महंगा है। यहाँ
के दार्शनिक स्थलों में प्रवेश की टिकटें मंहगी हैं। कई दर्शनीय स्थलों की टिकिट
एक साथ लेने से अच्छी छूट मिलती है लेकिन फिर भी जेब पर भारी पड़ती है। अनेक सुविधाओं
और छूटों के बावजूद परिवहन भी सस्ता नहीं पड़ता। तब कैसे समय व्यतीत करें, कैसे घूमें? सबसे पहली बात,
दूर जाने की जगहें रविवार के लिए बचा कर रखें। रविवार को पूरे दिन का सफर ओपल
कार्ड से एयूडी 2.80 में हो जाता है – बस, ट्रेन और फेरी सब
मिला कर। दूसरी बात, रविवार छोड़ कर अन्य दिन सुबह 7 से 9 और
शाम 4 से 6.30 के मध्य किसी भी परिवहन में यात्रा प्रारम्भ करने से बचें। यह ‘व्यस्त समय’ है, इस समय भाड़ा
30% ज्यादा हो जाता है। बहुत सी जगहें हैं
जहां बिना किसी प्रवेश शुल्क के जाया जा सकता है – यानि बिलकुल मुफ्त। ये कहने के
लिए मुफ्त हैं लेकिन अच्छी हैं, जाने लायक हैं। उनमें से
केवल 10 जगहे ये हैं:
1। न्यू
साउथ वेल्स चित्र संग्रहालय – नाम पर न जाएँ केवल चित्र नहीं, अनेक कलात्मक वस्तुओं का बेहतरीन विश्वस्तरीय संग्रह है। इसकी इमारत अपने
आप में कला का एक उत्कृष्ट नमूना है।
विश्व की अनेक वस्तुओं की प्रदर्शनी चलती रहती हैं और प्रदर्शित करने के लिए
नियमित रूप से देश विदेश से आती रहती हैं।
देश के अन्य संग्रहालयों से इनका संपर्क बना रहता है और कलात्मक वस्तुएँ
आपस में आदान-प्रदान करते रहते हैं। इतना ही नहीं अपने खुद के संग्रह को भी नियमित
रूप से बदलते रहते हैं।
2। सिडनी
ओबजरवेटरी यानि वेधशाला या जंतर-मंत्र – 1850 में बनी इस वेधशाला में रखे यंत्रों से सौर मण्डल के बारे में अच्छी
जानकारी तो मिलती ही है उनकी गति भी समझ आती है। ये यंत्र प्राचीन हैं और इसका
निर्माण सही समय की गणना के लिए किया गया था। कुछ डॉलर खर्च कर यहाँ की दूरबीन से
दिन में सूर्य और रात में तारे देखे जा सकते हैं।
सीमित स्थान होने के कारण दूरबीन से देखने के लिए अग्रिम आरक्षण करवाना
उचित है। इस दूरबीन का निर्माण 1874 हुआ था।
100 वर्ष पुराना पेड़ |
3। रॉयल
बोटानिक गार्डेन – 1816 में बना 200 वर्ष पुराना, यह बगीचा विस्तृत, हरा-भरा,
रंगीन और बेहद सुंदर है। यहाँ की रेशमी घास पर चलना और उस पर लेटना, पेड़ की शीतल छाँह में गप-शाप करते हुए शीतल हवा का आनंद नहीं लिया तो फिर
क्या सिडनी आए? इसके अलावा एक 100 वर्षों से ज्यादा पुराना
विशालकाय पेड़ तथा सागर किनारे लंबी सैर जरूर से करें। एक छोर पर सिडनी ओपेरा हाउस
और दूसरी छोर पर श्रीमती मक्कुयरी की कुर्सी है। इस जगह से ओपेरा हाउस और हार्बर
ब्रिज को एक साथ देख सकते हैं।
4। मैनली
समुद्र तट
– यहाँ जाने के लिए फेरी से जाना ही ठीक है। समुद्र तट के साथ साथ फेरी का भरपूर
आनंद लिया जा सकता है। जिन्हे समुद्र पसंद है, उन्हे यह जगह जरूर
पसंद आएगी।
5।
कोक्काटू द्वीप - 2010 में यूनेस्को ने इसे विश्व
विरासत स्थल (world heritage site) घोषित किया है। पैरामाटा
और लेन कोव नदी के मुहाने पर यह छोटा सा द्वीप है। जाहीर है द्वीप होने के कारण
यहाँ जाने के एकमात्र साधन फेरी है। 1839 से 1869, तीस
वर्षों तक यह द्वीप प्रमुखत: कैदियों का जेल
रहा। 1857 से 1991 तक यह द्वीप
ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े शिपयार्डों में से एक था। अब यहाँ अनेक सरकारी और निजी छोटे-बड़े
कार्यक्रम, त्योहार, समारोह आदि का
आयोजन होता रहता है। यहाँ रात में ठहरने के लिए कैंप के अलावा आलीशान बंगले भी बने
हुआ हैं।
6। सिडनी
से पैरामाटा बोट की यात्रा – वैसे तो और कई जगहों पर, कोक्काटू द्वीप-मैनली समुद्र तट आदि, जाने से बोट
की यात्रा हो गई है। लेकिन ये बोट यात्रायें समुद्री यात्रा थीं, जबकि पैरमाटा की बोट यात्रा नदी की यात्रा है। जाते समय दोनों किनारों का
नजारा देखना अपने आप में एक अलग अनुभव है।
7। ओपेरा
हाउस और सिडनी हार्बर ब्रिज – ओपेरा हाउस के परिसर में चारों
तरफ घूमना और हार्बर ब्रिज से पैदल समुद्र पार करना सुकून तो देता ही है, आँखें भी तृप्त होती हैं। ये दोनों ही ऑस्ट्रेलिया के प्रतीक पर्यटन स्थल
हैं।
कस्टम हाउस, क्वीन विक्टोरिया इमारत की घड़ी, संत मैरी कैथेड्रल |
8। कस्टम
हाउस, विक्टोरिया भवन और संत मैरी काथेड्रल – ये
तीनों ही इमारतें देखने लायक हैं। बाहर से नहीं भीतर से। 145 वर्षों से लगातार
कार्यरत सिडनी का कस्टम हाउस ऑस्ट्रेलिया का सबसे पुराना कस्टम हाउस है। इस में
बने शीशे के फर्श पर से पैरों के नीचे शहर का प्रारूप देखते ही बनता है। विक्टोरिया भवन का निर्माण 1893 से 1898 के मध्य
हुआ। भवन में लगी हैं दो अद्भुत और विचित्र घड़ियाँ, इनकी घंटी
ही नहीं बल्कि इनकी चाल भी देखने लायक हैं। 1928 में बनी संत
मैरी काथेड्रल की भव्यता भी दर्शनीय है।
9।
पुस्तकालय
– वैसे तो शहर और हर निगम का अपना अपना पुस्तकालय है लेकिन न्यू साउथ वेल्स
पुस्तकालय सबसे बड़ा है। खास बात यह है कि सब पुस्तकालयों में बैठने और पुस्तक-पत्रिका पढ़ने के लिए किसी प्रकार की सदस्यता की आवश्यकता नहीं है। बेधड़क
घुसें, मन पसंद की पुस्तक या पत्रिका उठाएँ और किसी भी
कुर्सी या सोफ़े पर जम जाएँ। सारे दिन बैठे रहें कोई टोकने नहीं आयेगा। सबसे बड़ी
बात यह कि अँग्रेजी के अलावा विश्व की अनेक भाषाओं की जिनमें हिन्दी, गुजराती, पंजाबी, उर्दू, दक्षिण भारतीय भाषाओं में भी पुस्तकें रहती हैं। हाँ, अगर पुस्तक ले जाना चाहते हैं तब सदस्यता आवश्यक है – लेकिन बिना किसी सदस्यता
शुल्क के।
डार्लिंग हार्बर की शाम |
डार्लिंग हार्बर की सुबह |
10। डार्लिंग
हार्बर
– अगर सिडनी आकर यहाँ का चक्कर नहीं लगाया तो सिडनी आना ही बेकार हो गया। समय के
साथ साथ इसका रंग और रूप भी बदलता रहता है। यहाँ बैठे बैठे सारा दिन ही नहीं शाम
भी बिता सकते हैं, बोर नहीं होंगे। सुबह से लेकर रात तक, बच्चों से
लेकर बूढ़ों तक सब के लिए कुछ न कुछ तो है ही यहाँ।
ये तो
मैंने 10 ही जगहें बताई हैं। लेकिन इनके अलावा और भी अनेक जगह जाया जा सकता है।
यथा मैरिटाइम संग्रहालय, समकालीन चित्र तथा कला संग्रहालय, रॉक्स संग्रहालय, हायड पार्क, राष्ट्रीय उद्यान, केंद्रीय उद्यान। मुफ्त की पैदल यात्रा तो सिडनी भ्रमण का एक आवश्यक अंग
है। इसकी विस्तृर चर्चा मैंने अपने 18 अक्तूबर 2019 के पोस्ट में की है। इनके
अलावा शॉपिंग मॉल तथा खाने-पीने की तो कोई चर्चा की ही नहीं। इनमें जाने का तो कोई
खर्च नहीं है जब तक कुछ खरीददारी नहीं करते, न कुछ खाते हैं, न पीते हैं। लेकिन फिर जाना क्यों? मॉल में तो फिर
भी विंडो शॉपिंग की जा सकती है लेकिन रेस्तरां में? आपकी
श्रद्धा पर निर्भर करता है। जितना गुड डालो उतना मीठा।
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